हद है आप लोगों यह भी न जान पाए कि ये ज़लज़ला कौन है. आपमें तनिक भी बुद्धि नहीं है लगता है आप सबकी बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है जो इतनी बात समझ न सके. अरे ये भी कौनो सवाल हुआ कि कौन है ज़लज़ला? कहाँ है ज़लज़ला? किधर से आया है ये ज़लज़ला? किधर को जाएगा ये ज़लज़ला? किस ब्लॉगर की उपज है ये ज़लज़ला?
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सच बताऊँ तो हमरा के खुद ही नहीं मालूम है कि कौन है ये ज़लज़ला?
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टाईटिल में मज़ाक किया, उसके लिए सॉरी.
फ़िरदौस ख़ान : लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी
15 घंटे पहले
3 पाठकों ने अपनी राय व्यक्त की:
रुकिए रुकिए ....रुकिए जरा ..मजाक कर रहे थे न ....अब आ रहा जलजला बदला लेने ......हू हा हा हा...करते हुए पार्ट वन ..पार्ट टू में बदला लेता है वो इंस्टालमेंट में .....
अमां अब छोड भी दीजीए जलजले को हमने भी कल ही एक पोस्ट लिख मारी भाई जलजले पर ..जो भी है कोई दिलजला नहीं है ...........बस समय थोडा गलत चुन लिया ....इस जलजले ने आने का ..जब पहले ही घणा तूफ़ान मचा हुआ था ,,,,,,,,,,,सो बंटाधार हो गया उसका
waise aap bhi ho sakte hai......sach main
भइया मजाक भी एक लिमिट होती है, उसका पालन सही रहता है।
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